“ओ मेरा ऊपर भरोसा करके आया है।चिंता मुक्त होजाओ”…Audio



Sai Baba   ...   Sai Baba ...   Sai Baba  ...   Sai  Baba (click here)

Those who chant my name repetedly, I will protect them always...Sai Baba



Translation, Typing and Voice support by: Mrs. Madhavi


“ॐ साई राम” सभी साई भक्तोंको। आज सत्यप्रसाद जी जीवन का थीसरा लीला आगे बढ़ाएंगे उन्ही का बातोमे।

1998 में कोयलगुडम जानेका पहले ही में, हमारा गुरुजी का साथ सब दत्तक्षेत्रं दर्सन किया था। हम सब एक बस  में गयाथा। तब में शिरडी भी आयाथा।

हम जानेका पहले मेरा पास एक भी पैसा नई था।में हमारा गुरुजी को ये बात बताया हु।

तुम चिन्ता नई करके चेलो बोला ओ। में हर समय बाबा का बारेमे सोचता था। थो इसीलिए मुझे शिरडी बहुत अच्छा लगा, मेरा मन का अनान्द बोलने केलिए मेरा पास कोई भाषा नई है।

में सब समय स्वप्न में शिरडी का गलियोमे गुमराहा हु,जैसा देखता हूं।

मुझे कोयलगुडम में थीन साल होगया नॉकरी, मुझे भुवनेशवर का पास एक गाँव मे बदली हुआ।वहा, दो, थीन तेलुगु परिवार लोग थे।में उन सब से दोस्ति किया।

ओ लोग सब सत्य साई बाबा भक्त थे।एक दिन ओ लोग नागरसंकीरथन करते हुए आरहाथा।मेरा घर का पास जैसा आया,उस समय मे बाबा का काकड़ आरती करता था।ओ सुनके मेरा घर आगया।

वहा का तेलुगु लोग बहुत सेवा कार्यक्रम, जैसा, हॉस्पिटल में रोगियोंका कमरा सफा करना,उनको दवाई देना एसा बहुत करते थे। में भी उनका साथ सब मे भाग लेता था। थीन साल कैसा बीत गया,पताही नई चेला।

उसका बाद मेरा बदली होने वाला था।में सोचा,”इधर,उधर क्यों जावूंगा, शिरडी में यदी खाली होगा तो,वहा चेलेजावूनग”।

वहा का अफिसर बोला, “अभी तो कोई खाली नई है,जब होगा,आप को देगा” बोला।

थो शिरडी में खाली नई बोलके, मुझको मुम्बई को बदली किया।जैसा भी हो, में महाराष्ट्रा चेलागया।

एक बार शिरडी का खाथादार लोगोंका मीटिंग मुम्बई में हुआ।हमारा आफिस लोग पूछा कि वहा कैसा चेलरहाहै काम? तो ओ लोग बोला “ठीक है”

थो हमारा आफिसर लोग सोचा कि वहा काम ठीक है, किन्तु स्टाफ बहुत कम है,इसीलिए मुम्बई से किसी एक को शिरडी भेजना पड़ेगा, थो में पहले ही बोलरहाथा ना कि, “मुझे शिरडी जानाहे” इसीलिए मुझे शिरडी भेजा।जैसा भी हो में शिरडी को पहुँचगया।

शिरडी में काम बहुत था। खाने केलिए भी समय नई मिलता था।

में मंदिर का पास एक घर किराए में लेलिया।ओ घर बहुत छोटा था। एक आदमी यदि पारायण केलिए बैठेगा थो, दूसरा जा भी नई सकता।बहुत छोटा घर था।

उस समय,हमारा गुरुजी बोला, “वहा जागा देखो, खरीदने केलिए” में बोला पैसा कहासे लावू,मेरा पास पैसा नई है।

में एक दिन स्वप्न देखा कि में एक नया घर हु। “में बोलरहाहु मेरी पत्नी से, में मंदिर जारहाहु, तुम दरवाजा बंद करो”

स्वप्न में बोलरहाहु।वैसाही स्वप्न दूसरा दिन भी आया।तब में मेरा गुरुजी को फ़ोन किया, ओ बोला कि “बाबा चाहता है कि तुम वहा एक घर बनाके रहो” फिर बोला” तुम जागा केलिए देखो, सब बाबा जोगाड़ करेगा”

हमारा आफिस में एक दिन कूलर साफ करने वाला लड़का आया,में उनसे पूछा, “इधर थोड़ा जागा मिलेगा क्या? में शिरडी में ही घर बनाके रेहेन चाहता हु” बोला

ओ लड़का बोला “ठीक है, देखता हूं, हमारा घर का पास एक आदमी का जागा है, किन्तु ओ मुम्बई में रहता है, में पुचके बथावउँग” बोला

ओ लोग जागा का दाम थीन लॉक बोला। थो में बोला “ठीक है, मेरा पास जब तीन लाख होगा, तब तुमको बोलेगा” बोला
फिर एक सप्तह का आया ओ लड़का, बोला” सर्, आप ओ जागा लेलीजिए।

में बोला “कैसा लेगा, बहुत दाम है”

फिर ओ मुम्बई आदमी फ़ोन किया, बोला” ठीक है, दो लाख, पचास हज़ार, देदो, बोला।

में फिर बोला “जब मेरा पास होगा, तब लेगा”

इसका अंदर में 2006 में मुम्बई में बहुत जोर बारिश हुआ।तूफान आया जैसा।इसीलिए हमारा बैंक अफसर लोग ऋण में पैसा देदिया, इंटरेस्ट नई है उसका।

थो मुझेभी थोडा पैसा मिला उसमे।

जागा जिसका है ना ओ लोग फिर फ़ोन करके पूछा कि,”आप कितना में लेगा बोलिए”

में बोला “थोड़ा कम कीजिए”

तब उनका पत्नी फ़ोन लिया, बोली “मेरा पति को सब दिन स्वप्न में एक बूढ़ा आदमी आता है,बोलरहा है कि” ओ मेरा ऊपर भरोसा करके शिरडी आया, तुम को में बहुत पैसा दिया ना, पैसा केलिए उसको क्यों परेशान कराहा है, बोलके मेरा पति को हर रोज गाली देरहा है “हम को मन मे शांति नई है, अब बोलिए, आप कितना देंगे”

में बोल “डेढ़ लाख” बस, उसमे मुझको जागा मिलगया

“सर्वं साई नाथरपन मास्तु”

Latest Miracles:


Sai Baba   ...   Sai Baba ...   Sai Baba  ...   Sai  Baba (click here)

Those who chant my name repetedly, I will protect them always...Sai Baba


Satcharitra (Telugu Audio) by RCM Raju

Sai Satcharitra – English (USA and Indian Accent)

Shirdi Live Today

Sai Baba Miracles